उज्जैन । मध्य प्रदेश स्थापना दिवस समारोह की श्रृंखला में रविवार को जल संरक्षण, संवर्धन एवं भूजल पुनर्भरण की जागरूकता कार्यक्रम के तहत ग्राम देवराखेड़ी में जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, आरईएस और कृषि विभाग के समन्वय से ग्रामीणजनों के बीच जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में जल संरक्षण के विषय में ग्रामीणजनों को जानकारी दी गई कि आसपास के क्षेत्र में नदी-नाले जितने भी हैं, उन पर स्टापडेम या चेकडेम बनाकर भी पानी को रोका जा सकता है, ताकि घर का पानी हर गांव का पानी गांव तथा खेत में ही रहे।
ग्रामीणजनों को भूजल संवर्धन के अन्तर्गत सरल उपाय तथा जल अपव्यय को रोकने के तरीके बताये गये। कृषि विभाग के द्वारा सिंचाई के लिये विभिन्न तकनीकों जैसे ड्रिप सिंचाई, मल्चिंग पद्धति आदि के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी गई। इसके अलावा शासन के निर्देश अनुसार जल संरक्षण, संवर्धन और जल के अपव्यय को रोकने के लिये ग्रामों में एफटीके से जल परीक्षण, घर जल प्रमाणीकरण के बारे में बताया गया। साथ ही रंगोली प्रतियोगिता और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। उक्त जानकारी पीएचई एसडीओ श्री अमित सिंह ने दी।