डॉ. गौर जंयती पर आयोजित सागर गौरव दिवस समारोह में शामिल होने सागर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अलग ही अंदाज में नजर आए। मुख्य समारोह में उन्होंने गौर बब्बा के जयकारे लगाकर अपना भाषण शुरू किया। इस दौरान उन्होंने भाषण में बुंदेली बोली का भी उपयोग किया। उन्होंने कहा कि तीनबत्ती सागर की शान है, काय बड्डे है कि नई…, उनकी यह बता सुन भीड़ में तालियां गड़गड़ा उठीं। उन्होंने कहा कि डॉ. हरिसिंह गौर के कृतित्व और व्यक्तिव से नई पीढ़ी को अवगत कराने के लिए उनकी जीवनी को पाठयक्रम में शामिल किया जाएगा।आगे संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी शहर, गांव और क्षेत्र का विकास केवल सरकार नहीं कर सकती, जब तक उसके साथ समाज का पूरा सहयोग न हो। अपने शहर, गांव, क्षेत्र के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। साथ ही इस पावन दिवस पर पांच संकल्प लें। अपने जन्मदिन पर एक पौधा लगाएं, आंगनबाड़ियों में सहयोग देंगे, बेटी के जन्म पर खुशियां मनाएंगे, पानी की प्रत्येक बूंद बचाएंगे और शहर को नशामुक्त बनाएंगे। उन्होंने सागरवासियों को संकल्प दिलाते हुए कहा कि हर कोई किसी न किसी प्रकार से सागर के विकास और प्रगति में योगदान देगा। कोई एक अच्छा काम जरूर करेंगे। यही संकल्प आज लेकर जाना है।
सीएम ने दिलाए 5 संकल्प
- पहला संकल्प: हर व्यक्ति अपने जन्मदिन पर सागर में जहां भी जगह मिले एक पेड़ जरूर लगाएं।
- दूसरा संकल्प: आंगनबाड़ी अच्छी चलें। इसलिए जो समर्थ हैं वो पोषण आहार की कमी न होने दें। सागर में आंगनबाड़ियों की चिंता करें।
- तीसरा संकल्प: घर में बेटी के जन्म होने पर खुशियां मनाएंगे।
- चौथा संकल्प: पानी बचाएंगे। पानी की एक-एक बूंद कीमती होती है।
- पांचवां संकल्प: नशामुक्ति, शहर को नशा मुक्त बनाने की दिशा में काम करें।