महाकाल लोक में बढ़ी भीड़ के बाद वहां तक गाड़ियां न पहुंचे, इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने हरिफाटक पुल जाने वाला मार्ग ही बंद कर दिया। पूरे मार्ग पर स्टापर लगाकर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए, जो इंदौर रोड की तरफ से आने वाले वाहनों को चिंतामन मार्ग की तरफ डायवर्ट कर रहे। हरिफाटक पुल की तरफ गाड़ियों को नहीं जाने दिया जा रहा। यह तो मनमानी की हद है, जरा सोचिए कि सभी महाकाल लोक थोड़ी न जाएंगे। कई रेलवे स्टेशन, देवासगेट बस स्टैंड की ओर भी जाना है, उन्हें क्यों सजा दे रहे हैं।
लोग बोले- हमें जिला अस्पताल जाना तो भी रोक रहे
महाकाल लोक बनने के बाद भीड़ की प्लानिंग नहीं की। नई व्यवस्था से स्थानीय लोग परेशान है। बतौर उदाहरण हरिफाटक पुल के रास्ते हमें जिला अस्पताल जाना है तो भी नहीं जाने दे रहे, ये कौनसा तरीका है।
हरिफाटक पर प्रेशर बढ़ा, इसलिए वाहन रोके, स्टेशन जाने वालों को जाने देंगे -एएसपी
महाकाल लोक बनने के बाद हरिफाटक पुल पर अत्यधिक प्रेशर बढ़ा है, इसलिए मन्नत गार्डन वाली रिक्त कराई गई भूमि पर पार्किंग शुरू कराई है। ऐसा इसलिए किया गया, ताकि लोग सुगमता से पैदल आ-जा सके। रही बात रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड जाने वाले वाहनों की तो उन्हें जाने देंगे। ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड की तरफ जाने वाले वाहन चालक बताए, उन्हें रोका नहीं जाएगा।
डॉ. इंद्रजीत बाकलवार, एएसपी ट्रैफिक
एक्सपर्ट व्यू – अनिलकुमार पुरोहित, सेवानिवृत्त डीएसपी ये अनुभव की कमी, इससे परेशानी बढ़ी
बेगमबाग व महाकाल लोक की तरफ वाहन जाने से रोकना तो समझ में आता है पर स्टेशन जाने नहीं देना, ये अनुभव की कमी दर्शाता है। भीड़ प्रबंधन में जिम्मेदार फेल साबित हो रहे हैं, इससे ट्रैफिक का दबाव और अधिक बढ़ रहा व लोगों की परेशानी भी। जरूरत प्रॉपर ब्रीफिंग की है। इसके लिए अफसरों को देखना होगा कि कौन सिपाही, अधिकारी अनुभवी है, उससे पूछना चाहिए कि कैसे व्यवस्था बेहतर बना सकते हैं। ऐसा नहीं किया व प्रॉपर प्लानिंग नहीं की तो आगे परेशानी बढ़ेगी।