उज्जैन। रिकॉर्ड तोड़ आय के बावजूद प्रसिध्द मां गढ़कालिका मंदिर में जिला प्रशासन द्वारा महीनों से नहीं सालों से वहां स्थित दीपमालिकाओं की साफ सफाई और पुताई नहीं हुई। एक ओर मां गढ़कालिका मंदिर में देश विदेश से हजारों श्रध्दालु रोज दर्शन करने आते हैं। पर वहां लगा वाटर कूलर की हालत देखकर जिला प्रशासन अभी तक नहीं सुधराया। वहीं जिला प्रशासन द्वारा सिंहस्थ से लेकर अभी तक वहां लगा लेख पर भी सहीं जानकारी नहीं है जबकि मां गढ़कालिका देवी के पास माता लक्ष्मी और माता सरस्वती विराजमान है। वहीं शिलालेख पर भगवान विष्णु और हनुमानजी का नाम अंकित है।
भाजपा संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ के नगर जिला सहसंयोजक मंगेश श्रीवास्तव ने कहा कि एक ओर हिंदू देवी देवताओ के मंदिर व दानपेटी से प्रशासन को अच्छी आमदनी हो रही है। आपने बताया कि प्रसिद्ध गढ़कालिका मंदिर में विगत सप्ताह रिकॉर्ड तोड़ कुमकुम पूजा हुई तो दीपमालिकाएं भी प्रज्जवलित की गई। इससे मंदिर समिति को हजारों रुपए की आय हुई है। भक्तों की ओर से अब तक कि सबसे ज्यादा रिकॉर्ड तोड़ कुमकुम पूजा कराई गई। मां गढ़कालिका की कुल 138 कुमकुम पूजा हुई। वहीं दो दीपमालिका भी प्रज्वलित की गई। इससे मंदिर समिति को कुमकुम पूजा से 34 हजार 450 रुपए एवं दीपमालिकाओं से 1002 रुपए की राशि इस तरह कुल 35 हजार 452 रुपए की आय हुई। इसके बावजूद भी प्रसिध्द माता गढ़कालिका में सही व्यवस्था नहीं हैं। भाजपा संस्कृति एवं कला प्रकोष्ठ के नगर जिला सहसहयांेजक मंगेश श्रीवास्तव ने जिला प्रशासन से मांग की कि गढ़कालिका मंदिर में आने वाले धर्मप्राण श्रध्दालुओं को अच्छी व्यवस्था और शुध्द जल मिल सके इसकी चिंता जिला प्रशासन पाले और व्यवस्थाएं दुरूस्त हों।