उज्जैन के आधा दर्जन से अधिक नर्सिंग कॉलेज के छात्र-छात्राएं एक साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। नर्सिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स ने बताया कि तीन वर्ष से पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों की प्रथम वर्ष की परीक्षा आज तक नहीं हुई।
सोमवार को 100 से अधिक छात्र-छात्राएं कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। कॉलेज में प्रथम वर्ष की परीक्षा कराने की मांग करने लगे। छात्रों ने बताया कि अलग अलग कॉलेज के करीब 700 विद्यार्थी तीन वर्ष से परेशान हो रहे हैं। प्रति वर्ष ये कहा जाता है कि जल्द ही परीक्षा ली जाएगी, लेकिन आज तक परीक्षा नहीं ली गई। इससे सभी का भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है।
छात्रों ने आरोप लगाया कि 2020 में एडमिशन हुआ, लेकिन तीन साल बाद भी सभी प्रथम वर्ष के छात्र हैं। मध्य प्रदेश में ऐसे छात्रों की संख्या करीब 5000 से अधिक है और सभी अपनी परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं। इसको लेकर छात्र और छात्राओं ने एडीएम को एक ज्ञापन सौंपा और मांग कि जल्द से जल्द परीक्षा आयोजित करवाई जाए।
- तीन वर्ष से परीक्षा की राह देख रहे हैं
छात्रों ने बताया कि 2020 में एडमिशन लिया था। उज्जैन के पाटीदार नर्सिंग कॉलेज, एसएस नर्सिंग कॉलेज, प्रशांति ग्लोबल नर्सिंग कॉलेज, महाकाल नर्सिंग और देशमुख नर्सिंग कॉलेज में छात्रों ने एडमिशन लिया, लेकिन आज ढाई साल बीत जाने के बाद भी परीक्षा आयोजित नहीं करवाई गई। इससे आज भी सभी छात्र प्रथम वर्ष में ही पढ़ाई कर रहे हैं।
- नर्सिंग कलेज के दस्तावेज मांगे
छात्रों ने एडीएम संतोष टैगोर को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द परीक्षा आयोजित करवाने की की मांग की। इस पर एडीएम ने छात्रों को भरोसा दिलाया और बताया कि एमपीएमएसयू के कुलपति से बच्चों के भविष्य को लेकर बात की गई। उन्होंने सभी कॉलेजों के दस्तावेज मांगे हैं। इधर एडीएम ने भी सभी कॉलेजों से नर्सिंग कालेज संबंधित दस्तावेज जांच के लिए मांगे है ताकि जल्द से जल्द बच्चों का साल नहीं बिगड़े।