अगले मंगलवार यानी 21 मार्च को होने जा रही परिषद की बैठक में नगर निगम के इस साल के बजट पर भी चर्चा होगी। तीन साल बाद ऐसा होगा, जब महापौर बजट पेश करेंगी। तीन साल से अफसर ही बजट पेश कर रहे थे। चुनावी साल में पेश होने वाले करीब 3500 करोड़ के इस बजट में वोटर्स का भी ख्याल रखा गया है और प्रॉपर्टी टैक्स या जलकर में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं।
ऐसा पहली बार होगा, जब हर जोन में अलग से बजट दिया जाएगा ताकि अचानक जरूरत पड़ने पर काम हो सकें। इसके लिए हर वार्ड में एक-एक लाख रुपए की राशि प्रस्तावित की गई है। पार्षद, एमआईसी सदस्य, निगम अध्यक्ष और महापौर निधि में भी कोई बदलाव नहीं किए गए हैं। इस साल निगम ग्रीन बॉन्ड भी लाएगा, जिसे इस बजट में शामिल किया गया है।
कई समाजों की ओर से मिल रही शिकायत के बाद महापौर ने कवर्ड मटन मार्केट को बजट में रखवाया है। भोपाल में शाहजहांनी पार्क के पीछे पातरा नाले के बगल में इसे बनाने पर विचार चल रहा है। इसके अलावा मत्स्य विभाग से मिल रहे बजट से इस बार नगर निगम शहर में 50 फिश पार्लर खोलने की तैयारी भी कर रहा है। खुले में लगने वाले मछली-मीट शॉप पर पाबंदी लगाने पर भी विचार किया गया है।
- 3 साल बाद अफसरी नहीं, राजनीतिक बजट; महापौर पेश करेंगी
- नहीं बढ़ेगी पार्षद-मेयर निधि, वार्ड स्तर पर हर साल मिलेंगे एक-एक लाख रुपए
राजनीतिक दखल से रुका 100 कर्मचारी आवासों का प्लान
- पिछले अफसरी बजट में शामिल वीआईपी रोड, करबला के पास बने महापौर बंगले को तोड़ने का काम एक साल बाद भी शुरू नहीं किया गया है।
- कहा जा रहा है कि पिछले बजट के चार महीने बाद ही महापौर-पार्षद नियुक्त हो गए थे। इसके बाद ही अफसरों की इस प्लानिंग पर रोक लगा दी गई।
- निगम अफसरों ने मेयर हाउस, शाहजहांनी पार्क के पीछे और फतहगढ़ में करीब 100 नए आवास बनाने की प्लानिंग की थी।
- पिछले बजट में निगम कर्मचारियों के लिए नए आवासों पर 6.16 करोड़ खर्च करने का प्रावधान किया गया था।
कैप्टन वरुण के नाम पर होगी सड़क
बजट बैठक के एजेंडे में लालघाटी से सुल्तानिया इन्फेंट्री तक जाने वाली सड़क का नाम शहीद कैप्टन वरुण सिंह के नाम पर रखना प्रस्तावित किया गया है। इसके अलावा ऐशबाग स्टेडियम का नाम भोपाल के पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता स्व. कैलाश नारायण सारंग के नाम से करने का भी प्रस्ताव है।
अमृत-2 पर 450 करोड़ रुपए
बजट का बड़ा हिस्सा अमृत-2 और शहर की सीवरेज व्यवस्था के नाम पर रहेगा। अमृत-2 पर निगम करीब 450 करोड़ रुपए रखेगा और सीवरेज व्यवस्था पर 1000 करोड़ रुपए का खर्च दिखाया जा रहा है। नीमच में प्रस्तावित सोलर-विंड प्रोजेक्ट को भी एजेंडे में रखा गया है। हालांकि, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी इसके खिलाफ हैं।