संत आज करेंगे रामजन्मभूमि की परिक्रमा अयोध्या में 22 मार्च से शुरू होगा 9 दिवसीय रामजन्म महोत्सव

अयोध्या में नव सवंत्सर की पूर्व संध्या पर संत-महंत और रामभक्त आज श्रीरामजन्‍मभूमि समवेत रामकोट की परिक्रमा करेंगे। परिक्रमा की शुरूआत विभीषण के बेटे और कोतवाल मतगजेंद्र के मंदिर में पूजन-अर्चन के बाद शुरू होगा। अगले दिन यानी 22 मार्च से 9 दिवसीय रामनवमी महोत्सव का आरंभ हो जाएगा।

मंदिर निर्माण के बीच रामकोट की परिक्रमा

स्वामी स्वामी राजकुमार दास ने कहा कि रामजन्मभूमि पर आतंकी हमले के बाद से रामजन्मभूमि समवेत रामकोट की परिक्रमा करते चले आ रहे हैं। हर साल नव संवत्सर की पूर्व संध्या पर करते हैं। उन्होंने कहा कि रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है।

देश के पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी के सहयोग से पूरा हो रहा है। मंदिर निर्माण को लेकर अयोध्या ही नहीं देश के हर संत- महंत खुश है। इस प्रसन्नता के बीच हम सभी इस बार रामकोट की परिक्रमा करेंगे।

श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख और अयोध्या एडवर्ड तीर्थ विवेचिनी सभा के अध्यक्ष स्वामी स्वामी राजकुमार दास।
श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख और अयोध्या एडवर्ड तीर्थ विवेचिनी सभा के अध्यक्ष स्वामी स्वामी राजकुमार दास।

परिक्रमा में पुष्‍पवर्षा कर भव्य स्वागत की तैयारी
श्रीरामजन्म महोत्सव समिति के संयोजकत्व में मतगजेंद्र मंदिर से भगवान राम लक्ष्मण, भरत, शत्रहुन के मनमोहक स्वरूप आकर्षण का केंद्र बनेंगे। हाथी –घोड़ा व बैंड बाजे के साथ संतों ने रामकोट परिक्रमा शुरू करेंगे। परिक्रमा श्रृंगारहाट, हनुमानगढ़ी, श्रीराम अस्पताल, टेढ़ीबाजार, रामजन्मभूमि, कौशलेश सदन, अशर्फी भवन होते हुए वापस मतगजेंद्र मंदिर पहुंचेगी। परिक्रमा में बड़ी संख्या में साधु संत-महंत एवं ब्राह्मण बटुक, साध्वी शामिल होंगे। परिक्रमा का जगह-जगह पुष्‍पवर्षा कर भव्य स्वागत किया जाएगा।

शामिल होंगे यह प्रमुख महंत

परिक्रमा में मणिरामदास छावनी के महंत और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास शास्त्री,अयोध्‍या एडवर्ड तीर्थ विवेचनी सभा के अध्‍यक्ष और श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख स्वामी राजकुमार दास ,सियाराम किला के महंत करूणा निधान शरण, वामन मंदिर के महंत वैदेही वल्लभ शरण,महंत अवध किशोर शरण, नाका हनुमानगढ़ी के महंत रामदास, ज्ञानी गुरूजीत सिंह, महंत शशिकांत दास, महामण्डलेश्वर गिरीश दास, पुजारी रमेश दास, डॉ सुनीता शास्त्री, राम मंदिर के ट्रस्टी डा अनिल मिश्र, तिवारी मंदिर के महंत गिरीशपति तिवारी आदि प्रमुख रूप से शामिल होंगे।

इस महोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी पूरी

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कारसेवकपुरम में कहा कि श्री रामलला का भव्य मंदिर बड़ी ही तीव्र गति से बन रहा है और यह आशा की जाती है कि 2024 में पढ़ने वाला प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव उनके भव्य नव्य मंदिर में मनाया जाएगा।

2023 के जन्मोत्सव को भव्य रूप देने के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की प्रेरणा से गठित श्रीरामजन्म महोत्सव समिति राम नवमी के अवसर पर राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता श्री राम कथा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करके इस महोत्सव को भव्य बनाने की तैयारी पूरी कर ली गई है।

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय।

22 मार्च से 30 मार्च तक खेलकूद प्रतियोगिता

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि भगवान श्रीराम का जन्म परंपरा के अनुरूप ही मनाया जाएगा। उसमें कोई फेरबदल नहीं किया गया है। भारतीय नव वर्ष और श्री राम नवमी के उपलक्ष्य में 22 मार्च से 30 मार्च तक खेलकूद प्रतियोगिता, श्री राम कथा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

21 किलोमीटर साइकिल दौड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन

उन्होंने बताया कि 22 मार्च को 21 किलोमीटर साइकिल दौड़ प्रतियोगिता के साथ हाफ मैराथन का भी आयोजन किया गया है जिसमें प्रतिभागियों को 5 बजकर 30 मि :30 सुबह लता मंगेशकर चौराहे पर एकत्रित होना है और यह दौड प्रातः 6 बजे से प्रारंभ होगी।

वही 22, 23 मार्च को खो-खो प्रतियोगिता तलवारबाजी 24, 25 मार्च को कबड्डी आत्या पात्या वह 26 मार्च को दोपहर सरयू नदी में नौकायन प्रतियोगिता होगी। 26-27 मार्च को वालीवाल मलखंब के प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। 28 मार्च को दंगल प्रतियोगिता का आयोजन प्रातः 7 बजे होगा।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में संगीत का आयोजन

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार 22 मार्च से 30 मार्च तक प्रतिदिन सुबह 7:00 से योगाभ्यास 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक मानस पाठ शाम 4 बजे से 6 बजे तक श्री राम कथा रात्रि 7 से 10 तक सांस्कृतिक कार्यक्रम में संगीत, रामलीला, कवि सम्मेलन, मानस जयंती का आयोजन राम पैड़ी पर होगा।

उन्होंने बताया कि सभी कार्यक्रम राम की पैड़ी और भजन संध्या स्थल पर संपन्न कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इन सभी प्रतियोगिताओं में महिला और पुरुष समान रूप से भाग लेंगे और समिति का यह प्रयास है कि 84 कोसी परिक्रमा परी क्षेत्र के लोगों की अधिक भागीदारी हो। जिससे लोगों में खेल के प्रति जागरूकता और बढ़ाई जा सके।

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