इंदौर में बेलेश्वर मंदिर की बावड़ी में 36 मौतों के बाद निगम ने सोमवार सुबह अवैध निर्माण तोड़ दिया। निगम का अमला सुबह 6 बजे के पहले ही मौके पर पहुंचना शुरू हो गया था। बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स भी तैनात था। निगम अधिकारियों ने रविवार देर रात ही तैयारियां पूरी कर ली थीं। टीम को सुबह मुस्तैद रहने को कहा गया था। हालांकि, किस जगह का अतिक्रमण हटाया जाना है ये टीम को नहीं बताया था।
बता दें, बीते गुरुवार को रामनवमी के दिन हवन के दौरान यहां बावड़ी की छत धंसने से करीब 60 लोग बावड़ी में गिर गए थे। इनमें से करीब 20 को जिंदा बचाया लिया गया। इसके बाद से ही मंदिर के अवैध निर्माण और बावड़ी का विरोध हो रहा है। इधर, मंदिर का अतिक्रमण हटाने के विरोध में बजरंग दल और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया। मंदिर के सामने ही कई कार्यकर्ताओं ने नगर निगम पर मनमानी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।
निगम ने सोमवार सुबह एक साथ चार जगहों पर कार्रवाई की। मंदिर के अलावा नगर निगम के अमले ने ढक्कन वाला कुआं, सुखलिया और गाडराखेड़ी में भी धार्मिक स्थलों के अतिक्रमण को हटाया। इस दौरान सभी संबंधित थाना की पुलिस भी मौजूद रही। कार्रवाई में 5 पोकलेन मशीन, 4 थानों का बल भी मौजूद रहा। महापौर पुष्यमित्र भार्गव और निगमायुक्त प्रतिभा पाल कार्रवाई के दौरान पल-पल का अपडेट लेते रहे।