सागर की मोतीनगर थाना पुलिस ने नगर निगम की शिकायत पर कॉलोनाइजर समेत तीन लोगों पर धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। आरोपियों ने नगर निगम में बंधक प्लाटों को दस्तावेजों में हेराफेरी कर बेचा था। मामला सामने आते ही निगम ने मामले की जांच की और थाने में शिकायत की।
पुलिस के अनुसार नगर निगम के सहायक यंत्री रमेश चौधरी ने मेसर्स नमन विल्डर्स के पार्टनर शिवकुमार मिश्रा, अमन ठाकुर और दिलीप ठाकुर के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया था। शिकायत में बताया कि विक्रेता प्लाट नंबर 119, 120, 121, 122, 124 पर लोग काबिज हैं। जबकि उक्त प्लाट नगर निगम के पास बंधक हैं। प्लाट नंबर 141, 142, 146 के स्थान पर कॉलोनाइजर द्वारा बंधक प्लाट बेचे जाने का लेख है। लेकिन निष्पादित अनुबंध अनुसार उक्त प्लाट नगर पालिका निगम के पास बंधक रखे गए हैं।
इस संबंध में मेसर्स नमन विल्डर्स पार्टनर शिवशंकर तनय स्व. देवीशरण मिश्रा और अन्य बालाजी रेसीडेंसी कॉलोनी अंबेडकर वार्ड को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा गया। जवाब में शिवशंकर मिश्रा ने स्वयं स्वीकार किया है कि आर्थिक परेशानी होने कारण बंधक प्लाट की बिक्री की गई है। इससे स्पष्ट है कि कॉलोनाइजर द्वारा हेराफेरी कर बंधक प्लाट को बेचा गया है। कॉलोनाइजर व्दारा नगर व ग्राम निवेश की शर्तों और नगर पालिका निगम सागर को किए गए निष्पादन अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया है। मामले की शिकायत पर मोतीनगर थाना पुलिस ने जांच करते हुए शिवकुमार मिश्रा, अमन ठाकुर और दिलीप ठाकुर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।