इंदौर में डिप्रेशन के चलते एक युवक ने फांसी लगा ली। 9 साल की बेटी ने सबसे पहले पिता को कमरे में फंदे पर लटका देखा। मां को बताने पर पड़ोसियों को बुलाया और दरवाजा तोड़कर उसे फंदे से उतारा। तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक युवक की मौत हो चुकी थी।
पुलिस के मुताबिक विनोबा नगर में रहने वाला दिनेश (32) पुत्र रमेश डाकसे बुधवार को काम पर नहीं गया था। उसने पत्नी रेणु से कहा था कि वह आज घर की सफाई कर देगा। सुबह जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो मां के कहने पर बेटी ने बाहर से काफी देर तक आवाज लगाई। जब पिता दिनेश ने कोई जवाब नहीं दिया तो बेटी ने कूलर पर चढ़कर अंदर झांका। दिनेश फंदे पर लटका हुआ था। कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
परिजन बोले- डिप्रेशन में था दिनेश
परिवार और रिश्तेदारों ने बताया कि दिनेश घरों पर कलर के ठेके लेता था। वह काफी मिलनसार और खुश रहने वाला व्यक्ति था। करीब आठ महीने पहले एक साइट पर काम करने के दौरान उसके चेहरे पर लकड़ी की भारी शीट गिर गई थी। उसके चेहरे और सिर पर गंभीर चोट आई थी। वह अक्सर शीशे में अपना चेहरा देखकर रोता रहता था। काफी बातें भी भूल जाता था। कई बार अपनी बेटी और पत्नी से कहता था कि उसका चेहरा बिगड़ गया है। परिवार के मुताबिक आशंका है कि इसी कारण से उसने ये कदम उठाया है।