— प्रियंका गौड़ —
भारतीय जनता पार्टी के सांसद रहे और वरिष्ठ राजनेता तथा दिल्ली में कालका जी से चुनाव लड़ने जा रहे श्री रमेश विधूड़ी जी ने कालका जी की सड़कों को प्रियंका के गालों जैसा बनाने का वादा कर महिलाओं के प्रति बदजुबानी का श्रीगणेश कर दिया | श्री विधूड़ी ने कहा कि जिस तरह हमने ओखला और संगम विहार की सड़कों को सुधार दिया है हम निश्चित रूप से कालका जी सभी सड़कों को प्रियंका गाँधी के गालों जितना चिकना बना देंगे | असल में दिल्ली में आगामी 5 फरवरी 2025 को चुनाव होने वाले हैं और तीन प्रमुख दलों के बीच घमासान मचा हुआ है | आम आदमी पार्टी इस समय दिल्ली में सत्ता में है और चौथी बार दिल्ली फ़तेह करने की तैयारी में है तो भारतीय जनता पार्टी और इस बार कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी को सत्ता से बाहर करने को तैयार बैठीं हैं | ऐसे में सभी दलों के नेता अपना संयम और आपा खो रहे हैं | दिल्ली में नतीजे आठ फरवरी को आ जायेंगे मगर इस बार आम आदमी पार्टी को चुनौती तगड़ी है | दिल्ली के कालका जी विधानसभा में आप की उम्मीदवार मुख्यमंत्री आतिशी हैं तो उनके खिलाफ भाजपा ने रमेश विधूड़ी को तो कांग्रेस ने अलका लाम्बा को चुनाव में उतारा है | विधूड़ी के खिलाफ दो महिलायें मैदान में हैं इसलिये विधूड़ी , महिलाओं के प्रति आक्रामक हैं | हालांकि रमेश विधूड़ी को वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में भजपा ने उम्मीदवार नहीं बनाया था क्योंकि ऐसी ही बयानबाजी पिछली लोकसभा में वे कर चुके थे | ये वही रमेश विधूड़ी जी हैं जिन्होंने संसद के आजादी के अमृत महोत्सव सत्र में , बसपा के सांसद को सदन में ही गाली दे दी थी | भाजपा एक संस्कारी दल के रूप में जाना जाती है और उनके नेताओं से ऐसी बयानबाजी की उम्मीद नहीं की जाती | इस घटना के बाद भी दल ने उन पर कोई दवाब या नसीहत शायद उन्हें नहीं दी और अब उन्होंने प्रियंका जी के लिए ऐसा कह डाला | इसके पहले भी राजनेता लालू प्रसाद यादव ने वर्षों पहले बिहार की सड़कों को हेमामालिनी के गालों जैसा बनाने का बयान दिया था |
राजनीति में समय समय पर सभी दलों के राजनेता जिनमें दिग्विजय सिंह जी , शिवराज सिंह जी जैसे राजनेता भी सम्मिलित हैं महिलाओं के प्रति असम्मान जनक शब्द कहते आये हैं | अभी तक एक दूसरे की पोल खोलने वाले टाइटल देते थे जैसे राक्षस ,राक्षसी हँसी ,मि. बंटाधार , पचास करोड़ की गर्ल फ्रेंड , टंच माल ,जर्सी गाय आदि। अब देश की जनता को ही ऐसे सभी राजनेताओं को सबक सिखाना होगा भले ही वह किसी भी दल के हों तभी कुछ हो सकता है | विशेषकर महिलाओं के प्रति असभ्यता दिखाने वालों राजनेताओं को ,देश की महिलायें ही सबक सिखा सकतीं हैं | महिलाओं को इस मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसे बिगड़े नेताओं को राजनीति से बाहर का रास्ता दिखाना ही होगा | दिल्ली के चुनावों में बात यहीं समाप्त नहीं हो जाती बल्कि आम आदमी पार्टी के सत्ता में रहते हुए भी उसे काम करने नहीं दिया जा रहा है | जिस चुनावी घोषणा पर कि महिलाओं को प्रतिमाह नगद राशि दी जायेगी भाजपा ने मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में सत्ता फिर से पाली ,वैसे ही आप की घोषणा पर भाजपा और कांग्रेस बौखला गयीं हैं |