भविष्य दर्पण / नीरज सोलंकी
हाटपीपल्या में आगामी त्यौहार डोल ग्यारस पर्व,गणेश चतुर्थी एवं ईद मिलाद उन नबी को लेकर गुरुकृपा गार्डन हाटपिपल्या में प्रशासनिक अधिकारियों जनप्रतिनिधियों और मंदिर समिति के सदस्यों की बैठक की गई जिसमें
नायब तहसीलदार हर्षा वर्मा,थाना हाटपीपल्या एस.आई. विजय सोनी सहित समस्त विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे
बैठक के दौरान डोल ग्यारस पर्व की व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई
आपको बता दे हाटपिपल्या में नृसिह घाट पर डोल ग्यारस पर भगवान नृसिंह की साढ़े सात किलो वजनी पाषाण प्रतिमा पानी की सतह पर तेराई जाती है जिसे देखने के लिए दूर दूर से हजारों श्रद्धालु आते है।जिसको लेकर बैठक हुई, जिसमें हाटपीपल्या के वरिष्ठ गणमान्यों के सुझाव लिए गए, गणमान्यों ने अपने अपने सुझाव दिए एवं नरसिंह समिति के सदस्यों ने नाराजगी भी दिखाई की हाटपीपल्या की पावन नगरी का पावन पर्व डोल ग्यारस है जिसमें कुछ उत्पात मचाने वाले लोग है जो डोल को जब नदी के पास ले जाते हैं तो उत्पात मचाते है उन पर जोर दिया जाए एवं शांति समिति के कुछ प्रशासनिक अधिकारी जैसे पी डब्लू डी के अधिकारी एवं एसडीम आदि को भी मीटिंग में बुलवाया जाए जिससे हाटपीपल्या की डोल निकालने पर जो समस्या आती है उसका व्यवस्थित निराकरण हो सके।
मीटिंग में आए अधिकारियों ने आश्वासन दिया हैं कि जल्द ही एक ओर मीटिंग की जाएगी जिसमें ओर भी अधिकारी गण मौजूद रहेंगे
*नायब तहसीलदार हर्षा वर्मा ने कहा –
शान्ति समिति की बैठक आज गुरुकृपा गार्डन में रखी गई इसमें नगर के सभी गणमान्य और पुलिस अधिकारी एवं मंदिर समिति के सदस्य मौजूद थे , सभी आगामी त्योहारों को लेकर चर्चा हुई क्या चीजे की जानी चाहिए और क्या अवोइड की जानी चाहिए वयवस्था को और कैसे बेहतर किया जाना चाहिए इसके बारे में चर्चा हुई मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा और शहर के और भी लोगो द्वारा डोलग्यारस जो की सबसे बड़ा त्यौहार है हाटपिपल्या के लिए उसको लेकर पुनः पृथक से मीटिंग रखने के लिए डिमांड रखी गयी है जिसके बार में और वरिष्ठ अधिकारियो को सुचना देकर पुनः मीटिंग रखी जायेगी


एस.आई.विजय सोनी ने कहा
आगामी त्योहारों को लेकर शांति समिति की बैठक डोल ग्यारस,गणेश चतुर्थी एवं ईद-मिलाद-उन-नबी की बैठक रखी गयी इनके बारे में गणमान्य लोगो से सुझाव आये उन्होंने बताये की ऐसी ऐसी सुरक्षा रखने से अच्छे से त्यौहार मनेंगे, सभी को बताया की त्यौहार अच्छे से मनाना है एवं डोलग्यारस हाटपीपल्या नगर का एक गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है और हाटपीपल्या की पहचान नरसिंह भगवान के नाम से ही है इसलिए डोल ग्यारस के पहले कई बार मीटिंग रखेंगे जो भी व्यवस्था अच्छे से अच्छे होगी वो बिलकुल करेंगे


