सुबह और शाम को मालवा मिल पंचराहे और जंजीरावाला चौराहा पर लगने वाले जाम की बड़ी वजह बन चुका निजी अस्पताल का पार्किंग, जिसे सुधारा नहीं जा रहा। ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम चार महीने में तीन बार यहां से वाहन उठाने की कार्रवाई कर चुका, लेकिन अस्पताल प्रबंधन भीतर पार्किंग की जगह होने के बाद भी मरीजों के स्वजनों के वाहन पंचम की फैल में बीच सड़क पर करवाता है।
वहां के सिक्योरिटी गार्डों ने बताया कि प्रबंधन ने भीतर पार्किंग के लिए मनाही कर रखी है। यही हाल सोमनाथ की जूनी चाल नाले के पास बने दूसरे अस्पताल की है। यहां के बगीचे को ही पार्किंग बना लिया और अस्पताल के सामने आम रास्ते के दोनों ओर भी पार्किंग कराते हैं। नेहरु नगर अटल द्वार और जंजीरावाला चौराहे पर लगने वाले जाम की भी यही वजह है।
खजराना और विजय नगर की रोटरी होगी छोटी, ज्यादा ट्रैफिक निकल सकेगा
खजराना और विजय नगर चौराहे के ट्रैफिक को गति देने के लिए यहां की रोटरी को छोटा करने का फैसला लिया गया है। इससे ट्रैफिक को गति मिलेगी। एसीपी बसंत कौल की मुताबिक एमआर-10 ओवरब्रिज से मेट्रो ट्रेन का काम चल रहा है। विजय नगर चौराहे तक सड़क के बीच पतरे लगाए जा रहे हैं। पेड़ पौधे हटाने के बाद अब पिलर बन रहे हैं। विजय नगर चौराहे पर भी मिट्टी की जांच चल रही है। वहीं प्रतिमा हटाकर पास ही फव्वारे के नजदीक लगाने की तैयारी है। इन सबके बीच रोटरी को छोटा किया जाना है।
करीब एक महीने पहले रोटरी को छोटा करने का दावा अफसरों ने किया था, लेकिन लेतलाली के चलते कुछ और दिन लगना तय है। खजराना की भी रोटरी छोटी होने में समय लग रहा है। रोटरी बड़ी होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी आइ-बस को होती है। चौराहे पर मिक्स ट्रैफिक से जहां बस गुजरती है, वहीं लंबा घुमाव लेने के कारण जहां जाम की स्थिति बन जाती है, वहीं हादसे का डर भी बना रहता है। शाम के वक्त वाहन चालकों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है।
आइ-बस के साथ ही दूसरी गाड़ियां भी गुत्थमगुत्था होती रहती हैं। रोटरी छोटी होने से परेशानी दूर होने की उम्मीद है। वहीं विजय नगर थाने के लेफ्ट टर्न को भी चौड़ा करना होगा, जो थाने के कारण तो संकरा है ही, साथ ही यहां टाटा मैजिक भी खड़ी होती है। यहीं सवारियों का चढ़ाया-उतारा जाता है।