इन्दौर:- देखिए साहब, मेरे पिताजी तो जिंदा हैं। किसी ने फर्जी मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाकर कोरोना से मृत बता दिया और शासन की अनुग्रह राशि लेने के लिए मेरे नाम से आपके यहां आवेदन कर दिया।
हमारे आधार कार्ड और बैंक खाता भी आवेदन के साथ लगा दिया। हमें तो पटवारी से पता चला। यह हमें फंसाने की साजिश लग रही है। मैं आपकी मदद चाहता हूं कि मामले की जांच करें और पता लगाया जाए कि किस व्यक्ति ने ऐसा किया।
इंदौर जिले के सांवेर केशरीपुरा वार्ड निवासी युवक अभिषेक डुंगरवाल ने मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में यह अजीबोगरीब शिकायत की। किसी ने उनके 54 वर्षीय पिता जानकीलाल डुंगरवाल के कोविड पाजीटिव होने और मृत्यु का फर्जी प्रमाण-पत्र तैयार किया। पिता और पुत्र के आधार कार्ड की फोटो कापी भी जुटा ली। इसके बाद शासन की योजना के तहत 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि लेने के लिए कलेक्टर कार्यालय में आवेदन कर दिया। अपर कलेक्टर पवन जैन ने युवक को आश्वस्त किया कि मामले की जांच कराई जाएगी। तहसीलदार दिनेश सोनरतिया को जांच सौंपी गई है।
बेटे से परेशान द्वारकापुरी निवासी बुजुर्ग जवाहरलाल छाबड़ा भी जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने शिकायत की कि मेरा पुत्र मुझे परेशान कर रहा है और मेरा इलाज नहीं करवा रहा है। मेरे साथ गाली-गलौज भी करता है। जनसुनवाई में गांधी नगर, कर्मचारी, श्रीरत्न और रूपरेखा गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं के पीड़ित सदस्यों ने प्लाट न मिलने की शिकायत की। इन मामलों के अलावा भी कई लोग जनसुनवाई में पहुंचे और अपनी परेशानियां बताई, जिनका उचित समाधान करने के लिए कहा गया है।