महाकाल मंदिर के बाहर प्रशासन द्वारा निर्माण व विस्तारीकरण के नाम पर प्राचीन सती माता मंदिर सहित हनुमान प्रतिमा आदि हटाने व मंदिर तोड़े जाने के विरोध में वीएचपी और बजरंग दल ने 10 फरवरी को उज्जैन बंद का आव्हान किया है। हिंदूवादी संगठनों ने प्राचीन मंदिरों को तोड़े जाने के विरोध का क्षेत्र के व्यापारियों एवं रहवासियों ने भी समर्थन किया है। बंद के दौरान उज्जैन शहर के साथ महाकाल मंदिर क्षेत्र की सभी दुकाने भी बंद रखी जाएगी, आवशयक वस्तुओं की दुकानों को छूट रहेगी।
विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल द्वारा महाकाल मंदिर के बाहर अति प्राचीन सती माता मंदिर ,वीरभद्र व्यायामशाला, रुद्र हनुमान मंदिर सहित कई मंदिरो और मकानों, दुकानों को हटाने व तोड़फोड़ किए जाने के विरोध में 10 फरवरी को उज्जैन बंद के आह्वान का समर्थन करते हुए क्षेत्र में व्यापार-व्यवसाय पूर्ण रूप से बंद रखेंगे, सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी।
मंगलवार को हिंदूवादी संगठन के नेता और कार्यकर्ताओं ने उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव विधायक पारस जैन और सांसद अनिल फिरोजिया के कार्यालय का घेराव किया था। इस दौरान उन्होंने एक ज्ञापन भी उन्हें दिया और कहा कि विस्तारीकरण कार्य में मंदिर को जिस तरह से तहस-नहस किया जा रहा है, उसको लेकर हिंदू संगठन चुप रहने वाला नहीं है।
विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक मनीष रावल ने बताया कि प्रशासन से हमारी बात हुई है। कुछ मांगे उन्होंने मानी हैं, लेकिन फिलहाल हमारा उज्जैन बंद का आह्वान अभी जारी रहेगा और 10 तारीख को पूरे शहर को बंद रखने के लिए सुबह से कार्यकर्ता शहर में निकलेंगे। साथ ही अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखने का आह्वान हम लोग करेंगे। उज्जैन एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने कहा – बंद के दौरान लॉयन ऑर्डर के लिए जो भी आवशयक कदम होंगे उठाए जाएंगे।