ऑनलाइन गेम के चक्कर में BA के स्टूडेंट ने किया सुसाइड

इंदौर, में एक स्टूडेंट ने ऑनलाइन तीन पत्ती गेम के चक्कर में सुसाइड कर लिया। उसने जहर खाने से पहले अपनी बहन को मैसेज करके इसकी जानकारी दी। बहन ने उसके रूम पार्टनर को फोन कर बताया। दोस्त उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। स्टूडेंट के पास सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें लिखा है…सॉरी मां मैं बिगड़ गया हूं। मुझे माफ कर देना। मेरा मन न घर आने के लिए करता है और ना ही कहीं और जाने का। मुझसे घर की परिस्थितियां देखी नहीं जाती। जाऊं तो कहां जाऊं। न घर है ना जमीन। जो थी वह भी लोगों ने छीन ली। मैं अपने परिवार और दोस्तों से बहुत प्यार करता हूं… मुझे पैसों के लालच में जुआ खेलने की लत लग गई। मुझे लगा कि मैं ऑनलाइन गेम खेल कर पैसे जीत लूंगा और पापा-मम्मी के लिए जल्दी एक नया घर और गुजारा करने के लिए थोड़ी बहुत जमीन ले लूंगा, पर मैं पैसे नहीं जीत पाया… मेरी बहनों से मैं बहुत प्यार करता हूं।

पुलिस ने बताया कि छात्र जितेंद्र वास्कले पांच साल पहले इंदौर आया था। वह भंवरकुआ में किराए के मकान में रह रहा था। वह खरगोन जिले का रहने वाला था। उसके साथ कुछ अन्य साथी भी रहते थे। मृतक BA और PGDC की पढ़ाई के साथ ही सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी भी करता था। उसके पास सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट के अनुसार जितेंद्र को ऑनलाइन गेम की लत लग गई थी।

वह लगभग एक साल से ऑनलाइन गेम खेल रहा थ। गेम खेलने के लिए उसने निजी फाइनेंस कंपनी से एक लाख रुपए का पर्सनल लोन लिया था। लोन की किस्त नहीं चुकाने के कारण परेशान होकर उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने मर्ग कायम कर आगे की जांच शुरू कर दी है। जितेंद्र ने जहर खाने से पहले उसकी बहन दिव्या को मैसेज भी भेजा था।

जीत के लालच में लिया कर्ज

जितेंद्र की बहन दिव्या नर्सिंग का कोर्स कर रही है । पिता खरगोन में मजदूरी करते हैं। जितेंद्र कुछ साल पहले पढ़ाई के लिए इंदौर आ गया था। माता-पिता की स्थिति खराब देख उसने तीन पत्ती खेलना शुरू किया। उससे रुपए जीतने के लालच में कर्जा कर लिया।

ऑनलाइन लोन लिया था, इसलिए था परेशान

परिवार ने बताया कि जितेंद्र को तीन पत्ती खेलने की इतनी लत लग गई थी कि उसने ऑनलाइन लोन ऐप के माध्यम से कर्ज ले लिया था। वह पूरा पैसा तीन पत्ती गेम में हार गया और जब उस पर अधिक कर्जा हो गया तो जहर खा लिया। पुलिस मोबाइल के आधार पर अब अन्य जानकारी भी जुटा रही है।

लोन कंपनी ने दी थी धमकी

जितेंद्र के साथी दीपक का कहना है कि जितेंद्र ने कुछ दिनों पहले ऑनलाइन कंपनी से लोन लिया था। कंपनी वाले उसे किस्त भरने के लिए परेशान करते थे और धमकियां देते थे। वह कई दिनों से परेशान था। वहीं सभी रूम पाटनर अलग-अलग जगह नौकरी करते हैं। जितेंद्र रात में सिक्योरिटी गार्ड का काम भी करता था।

ऐसे लोन देती हैं कंपनियां

आजकल कल मोबाइल पर कई लोन एप हैं जो KYC के आधार पर लोन देते हैं। इसमें लोन लेने वाले का CIBIL देखा जाता है और उसी के आधार पर लोन की राशि तय होती है। इस लोन पर कंपनी 14 प्रतिशत से भी ज्यादा ब्याज वसूलती है। तीन EMI जमा नहीं कराने पर कंपनी डिफाल्टर घोषित कर अकाउंट बंद कर देती है और फिर पैसे के लिए तकादा किया जाता है। बताया जा रहा है कि मृतक ने लोन की एक भी किस्त जमा नहीं की थी।

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