जबलपुर जिले से 20 किमी की दूरी पर नर्मदा नदी के किनारे स्थित भेड़ाघाट पर्यटक स्थल है। यहाँ धुआँधार जलप्रपात,नर्मदा नदी के साथ स्थित संगमरमर की चट्टानें और चौसठ योगिनी मंदिर प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है जिसे देखने जबलपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्र के साथ साथ दूर दराज से लोग संगमरमरी नगरी घूमने आते हैं। इन दिनों संगमरमरी वादी अवैध वसूली का अड्डा बन गया है। सत्ता दल व प्रशासनिक अधिकारियों की मिली भगत के चलते यहां घूमने आने वाले पर्यटकों से अवैध वसूली की जा रहा है। पार्किंग के नाम पर 20 रुपए की पर्ची पर 50 रुपए लिए जा रहे है। इसके लिए बकायदा टोल नाका बनाया गया है जहा पैसे लिए जा रहे हैं। नौका बिहार करने वालो से 200 रुपए वसूले जा रहे है। न ही पार्किंग की व्यवस्था है। जगह जगह गंदगी फैली है। कोई देखने सुनने वाला नहीं है। नगर परिषद् भेड़ाघाट भगवान भरोसे चल रही है। सीएमओ अवकाश पर है। अब देखना होगा प्रशासन की नीद कब खुलती है व दोषियों पर कार्रवाई कब तक होती है।जब इस संबंध में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोटिया से बात की गई तो उनका कहना था यह मेरा काम नही है। यह व्यवस्था बनाना नगर परिषद का काम है यदि कहीं अवैध वसूली या प्रसानिक लापरवाही हो रही है तो जिला कलेक्टर से बात करे व शिकायत करें में इस समस्या के लिए कुछ नही कर सकता हूं। जब बरगी विधायक संजय यादव से इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि भेड़ाघाट में सत्ता दल के नेताओं के द्वारा अवैध वसूली का कार्य किया जा रहा है। मुझे भी क्षेत्र से लगातार शिकायतें मिल रही हैं। आज आपके माध्यम से यह विषय मेरे सज्ञान में आया है। में इसे दिखवाता हूं। इस संबंध में जब तहसीलदार व नगर परिषद भेड़ाघाट के प्रशासक अनूप श्रीवास्तव से बात की गई तो उनका कहना था टोल में ली जा रही राशि नगर परिषद भेड़ाघाट के ख़ज़ाने में जाती है। यदि बिना पर्ची लिए व टोल पर अधिक राशि ली जा रही है तो में सीएमओ को निर्देशित करूंगा कि वह इसकी जॉच करे और यदि कोई भी दोषी पाया जाता है तो उस पर निष्पक्ष होकर कार्यवाही करे। जब इस संबंध में क्षेत्रीय लोगों से बात की गई तो उनका भी आरोप था कि नगर परिषद भेड़ाघाट में 30 साल से अधिकारी यही जमे हैं उनके कारण आज तक यहां का विकास नहीं हो पाया है लेकिन उनका स्वयं का विकास जरुर हो गया है आज जगह-जगह आपको कचरे के ढेर देखने मिल जाएंगे घरों का गंदा पानी नदी में जा के मिल रहा है पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है अवैध वसूली जोरों पर है। अब देखना होगा प्रशासन कब तक कोई ठोस रणनीति बनाकर भेड़ाघाट परिषद क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कार्यवाही करता है।