रिटायर होकर ग्वालियर लौटे फौजी पति का पत्नी ने ग्रैंड वेलकम किया। पत्नी रेलवे स्टेशन से 8 किलोमीटर दूर गुढ़ा में स्थित घर तक उन्हें हाथी पर बैठाकर ले गई। इस जुलूस में बैंड-बाजे और बग्घी भी शामिल थे। फौजी ने भी पत्नी के इस सरप्राइज को हाथी पर खड़े होकर सैल्यूट किया। पत्नी आरती गोस्वामी का कहना था- 14 साल पहले वो मुझे घोड़ी पर लेने आए थे, अब मैं उन्हें हाथी पर ले आई।
यह अनूठा स्वागत 2 मार्च को हुआ। फौजी सोनू लाल गोस्वामी का कहना है कि उनका फौज में भर्ती होना, आरती से शादी होना, तीनों बच्चों के होने में जितने आनंद के पल थे, उतनी ही खुशियों भरा ये वेलकम है।
इस तरह वेलकम होगा, अनजान थे
भिंड में मेहगांव के अजनौदा गांव निवासी सोनू लाल गोस्वामी सेना में हवलदार रहे। 2004 में उनकी सेना में आरक्षक पद पर नौकरी लगी थी। 2008 में उनकी जिंदगी में भिंड के लहार स्थित गणेशपुरा निवासी आरती आईं। दोनों के तीन बच्चे रोहित (11), मोहित (8) और परी (1) हैं। 28 फरवरी को 18 साल तक देशसेवा की नौकरी करने के बाद सोनू, हवलदार के पद से रिटायर हुए। 2 मार्च को वे ग्वालियर लौटे। जब वह स्टेशन से बाहर निकले तो उनको अहसास भी नहीं था कि उनके स्वागत में बाहर क्या चल रहा है?
आखिरकार ऐसा वेलकम क्यों?
आरती ने बताया कि पति 18 साल बाद सेना से रिटायर्ड होकर घर लौटे हैं। यह सबसे अहम दिन था। उस दिन उनकी अगली जिंदगी की शुरुआत के लिए शुभ मुहूर्त से कम नहीं था। इसे यादगार बनाने के लिए पति का राजा-महाराजा की तरह स्वागत किया।
आरती ने बताया कि यह पल उनके लिए अहम था।
ओरछा से मंगाया था हाथी
आरती ने बताया कि पति के ग्रैंड वेलकम का प्लान अपने कुछ रिश्तेदारों को बताया था। इसके बाद उनके एक भाई ने ओरछा से हाथी का इंतजाम किया। हाथी लाने में कितना खर्च हुआ, यह उन्होंने बताने से मना कर दिया है।