उज्जैन 5 मार्च । कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने आज बृहस्पति भवन में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक ली तथा निर्देश दिए कि जिले में प्रसव पूर्व जांच के लिए गर्भवती महिलाओं का शतप्रतिशत रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि जो भी एएनएम इस कार्य में लगातार लापरवाही कर रही है तथा विकास खंड चिकित्सा अधिकारी के निर्देशों का पालन नहीं कर रही है उनकी विभागीय जांच कर उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने के प्रस्ताव तैयार किया जाए । जब तक कड़ी कार्यवाही नहीं होगी लक्ष्य की प्राप्ति संभव नहीं है ।बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय शर्मा , सिविल सर्जन डॉक्टर पी एन वर्मा ,जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ के सी परमार सभी विकास खंडों के विकास खंड चिकित्सा अधिकारी एवम अन्य डिस्पेंसरी के प्रभारी अधिकारी मौजूद थे.
बैठक में जानकारी दी गई कि उज्जैन जिले में अनमोल पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं का पंजीयन का प्रतिशत 74 है । प्रदेश में पंजीयन के मामले में जिला तीसरे नंबर पर है। जिले में 59883 गर्भवती महिलाओं के पंजीयन का लक्ष्य है इसके विरुद्ध 39348 पंजीयन हुए हैं ।कलेक्टर ने शेष रहे 13808 रजिस्ट्रेशन भी आगामी 11 मार्च तक करने के निर्देश दिए हैं.
. कलेक्टर ने बैठक में कहा कि गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व रजिस्ट्रेशन का कार्य निरंतर चलने वाला काम है। किसी एक माह में लक्ष्य के प्राप्त करके बैठने की बजाय इस कार्य को निरन्तर करना होगा तभी हम प्रसव के दौरान होने वाली मृत्यु एवं नवजात बच्चों की मृत्यु को नियंत्रित कर पाएंगे। कलेक्टर ने अन्य योजनाओं की समीक्षा के दौरान कहा कि स्वास्थ्य विभाग में फील्ड में कार्य करने की स्थिति अत्यधिक दयनीय है इसे सुधारा जाना चाहिए ।उन्होंने प्रत्येक विकास खंड चिकित्सा अधिकारी को गांव में 2 से ढाई घंटे बिताकर विभिन्न योजनाओं की अपडेट लेने के लिए कहा है ।