फ्रांस के साइकिलिंग क्लब द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय साइकिलिंग चैलेंज का तीसरा सत्र हाल ही में आयोजित हुआ। इसमें शहर के साइकिलिस्टों ने न केवल भाग लिया बल्कि उम्दा प्रदर्शन करते हुए विशेष स्थान भी प्राप्त किया।
‘टू डी 100’ नाम से हुए इस आयोजन में दुनियाभर के 4178 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। 20 नवबंर से 27 फरवरी तक चले इस आयोजन में प्रतिभागियों को अपने-अपने शहर में ही साइकिलिंग करते हुए आयोजन में भाग लेना था। इसमें प्रदेश के 44 प्रतिभागियों ने न केवल भाग लिया बल्कि विशेष स्थान प्राप्त करते हुए पदक भी प्राप्त किए।
शहर के डा. आरबी सिंह ने प्रतिदिन 100 किमी साइकिल चलाकर कुल 11 हजार किमी साइकिल चलाई और विश्व में आठवां तथा प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। लोकेश त्रिवेदी ने 7537 किमी साइकिल चलाकर प्रदेश में दूसरा और सुनील सोलंकी ने 6306 किमी साइकिल चलाकर तीसरा स्थान प्राप्त किया। लोकेश और सुनील ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रमश 31वां अौर 67वां स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा साइकिलिस्ट मुकेश पाठक, डा. राजू केशवानी, डा. भरत असाटी ने भी डायमंड मेडल प्राप्त किया है। अन्य राइडर देवेंद्र सिंह ठाकुर, राकेश कुमार सिंह, मोहित त्रिपाठी, राजेश हिरानी एवं प्रणीत उदयगीर ने प्लैटिनम मेडल, ब्रजेश चौहान, कपिल जोशी, नीरज चेलानी, डा. रवि रामसिंघानी, कार्तिक पोरवाल, गणेश प्रसाद काले, डा. योगेंद्र व्यास, विजय द्विवेदी, हिमांशु शर्मा, डा. श्याम झा, राजेश आर्य, मनीष दुबे, प्रियव्रत शाह, सोनिया शाह, कार्तिक पोरवाल, सपना अग्रवाल, मानसी साकल्दे, जाग्रति खानविलकर, विनीत चौरसे, राकेश चांडक, समीर पूरकर, निशीथ कौशल, आकाश सांघी, भावेश बंग, यश जैन, पंकज मेहर, सूर्य किरण, शुभम ने भी पदक प्राप्त किए हैं।
सर्द मौसम में भी था जुनून – साइकिलिंग का ही जुनून था कि सर्द मौसम में भी राइडर्स ने सुबह 5 बजे साइकिलिंग कर लक्ष्य पूरा किया। इस आयोजन में 20-20 दिन के पांच चरण में स्पर्धा जटिल होती जा रही थी। प्रतिभागियों को इन पड़ावों को पार करते हुए आगे बढ़ना था। सुनील सोलंकी ने बताया कि यह स्पर्धा प्रतिभागियों ने खेल भावना को ध्यान में रखकर ही जीती। चूंकि इसमें 100, 160 और 200 किलोमीटर की राइड भी करनी होती थी, ऐसे में समूह में यह राइड की गई ताकि सभी एक-दूसरे का मनोबल बढ़ाते रहें।