चौमा – चौमा डाक बंगला, पुराना चौमा, अरोलिया, फावका , बीरा गांव ,नया चोमा, गुड नाइट आदि गांव से स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में भाग लिया। पहले सभी स्वयंसेवकों ने आरएसएस के श्रद्धा के प्रतीक केसरिया ध्वज के समक्ष नमन कर प्रार्थना की।
स्वयंसेवक खाकी पेंट, सफेद शर्ट, काली टोपी, काले जूते और बेल्ट वाली वेशभूषा में पंक्तिबद्ध होकर चल रहे थे। एक स्वयंसेवक संघ के केसरिया ध्वज को धारण किए चल रहा था संघ के बैंड की धुन पर सभी स्वयंसेवक ताल से ताल मिलाते हुए चल रहे थे। लोगों को देश सेवा के लिए प्रेरित कर रहे थे। पंथ संचलन महर्षि दयानंद स्कूल से आरंभ नाके पर ,फावका जोड़, श्री राम कॉलोनी, बस स्टैंड होते हुए पुनः महर्षि दयानंद स्कूल पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोनी बाबा ने कि इस अवसर पर जिला सह कार्यवाह हरि ओम जी मेवाड़ा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया उन्होंने बताया कि वर्ष 1925 में डॉ. हेडगेवार द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रूप में लगाया गया पौधा आज वटवृक्ष बन चुका है। इससे जुड़े लाखों करोड़ों लोगों को संघ की शाखाओं अन्य प्रशिक्षण शिविरों में देश समाज सेवा का प्रशिक्षण दिया जाता है।
सामाजिक संगठनों ने एवं ग्रामीणों ने किया पथ संचलन का स्वागत विश्व हिंदू परिषद , बजरंग दल चौमा ने संचलन का भव्य स्वागत किया इस अवसर पर बजरंग दल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद थे