महाशिवरात्रि को नगर में भगवान शिव-पार्वती का विवाह उत्सव मनाया गया। अब 15 मार्च को विवाह के उपलक्ष्य में रिसेप्शन के रूप में नगर भोज होगा। इसके पहले विवाह की सभी रस्में होंगी। शिवजी की बारात भी निकलेगी, जिसमें भूत-प्रेत शामिल होंगे। महाशिवरात्रि को भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में मनाने की परंपरा उज्जैन में ही है।
महाकालेश्वर शयन आरती भक्त मंडल विवाह प्रसंग के बाद विवाह के रिसेप्शन का आयोजन 15 मार्च को करेगा। नृसिंहघाट स्थित गंगा गार्डन में आयोजित होगा। आयोजन के प्रमुख पं. रमण त्रिवेदी, राजेश अग्रवाल एवं महेंद्र कटियार ने बताया कि आयोजन का यह 22वां साल है।
परंपरा अनुसार इस बार भी विवाह की सभी रस्में गणेश पूजन, महिला संगीत, शिव बरात के आयोजन होंगे। शिव बरात में भगवान शिव नंदी पर विराजित होकर निकलेंगे तथा बारात में भूत-प्रेतों की टोलियां होंगी। रिसेप्शन का मीनू: पं. त्रिवेदी के अनुसार रिसेप्शन (नगरभोज) के लिए क्विंटलों से सब्जी, पूरी, नुक्ती, खोपरा पाक, चक्की, भजिए, सेव, रायता और भी कई प्रकार की मिठाई, नमकीन पकवान बनाए जाएंगे। 14 मार्च की सुबह 10 बजे गणेश पूजन किया जाएगा। 15 मार्च की दोपहर में 1 बजे से महिला संगीत होगा। शाम 6.30 बजे गोधूलि बेला में लग्न होंगे व देर शाम से देर रात तक नगर भोज चलेगा।