चरक अस्पताल की चौथी मंजिल पर बने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती सात माह के बालक को एक महिला ने मंगलवार रात करीब साढ़े 12 बजे बाथरूम में बंद कर दिया।
करीब आधे घंटे बाद इसका पता चला। स्वजन का आरोप है कि अस्पताल में बच्चा चोरी करने की कोशिश की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि ग्राम अजनोटी घट्टिया निवासी पूजा के सात माह के पुत्र अनमोल को 6 मार्च के दिन उल्टी-दस्त के कारण चरक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। खून की कमी होने के कारण उसे अस्पताल की चौथी मंजिल पर बने पोषण पुनर्वास केंद्र में रखा गया था। केंद्र में ही छह माह की बालिका कृतिका को भी भर्ती किया गया है। उसकी मां संगीता भी साथ में रह रही है। पुलिस के अनुसार संगीता ने मंगलवार रात करीब साढ़े 12 बजे मां के पास सो रहे अनमोल को उठाया और उसे लेकर जाकर बाथरूम में बंद कर दिया।
आधे घंटे बाद बालक रोने लगा तो संगीता ने केंद्र में भर्ती बालक बलराम की मां मंजू को उठाकर कहा कि वह पूजा से कह दे कि उसका बच्चा बाथरूम में रो रहा है। इस पर मंजू ने पूजा को उठाया तो वह घबरा गई। उसी दौरान संगीता ने बच्चे को उठाकर पूजा को दे दिया।
बच्चे की बुआ ने मचाया हंगामा
सात माह का बच्चा रात को सोते समय अचानक बाथरूम में मिलने से बच्चे की बुआ संतोष कुंवर बाई व बच्चे के पिता जितेंद्र ने हंगामा मचा दिया। उनका आरोप है कि बच्चा चोरी का प्रयास किया गया था। केंद्र की डाक्टर व अन्य लोगों ने संगीता से पूछताछ की तो ठीक से कुछ भी नहीं बता रही थी। मामले में तत्काल केंद्र की डा. आयुषी चौहान ने डायल 100 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी थी। रात को एएसआइ चंद्रभानसिंह ने बयान दर्ज कर किए थे। बुधवार को पुलिस एक बार फिर अस्पताल पहुंची और मामले की जांच की।
आरडी गार्डी मेडिकल कालेज से चोरी हो चुका नवजात
बता दें की आगर रोड स्थित आरडी गार्डी मेडिकल कालेज में 27 जनवरी को एक दुष्कर्म पीड़िता ने बालक को जन्म दिया था। 30 जनवरी को तड़के चार बजे अज्ञात व्यक्ति ने चोरी कर लिया था। मामले में चिमनगंज पुलिस अब तक बच्चे का पता नहीं लगा पाई है।