शहर के नानाखेड़ी इलाके में जमीनी विवाद में एक सरकारी शिक्षक की हत्या कर दी गयी। मामला रविवार रात 11 बजे के आस-पास का है। हिस्से में 10 बीघा जमीन मांग रहे भतीजे ने अपने चाचा की हत्या कर दी। इसके बाद उनके कर्मचारी को कॉल कर कहा कि इसे मार दिया है, अस्पताल ले जाओ। सोमवार सुबह जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया।
मामला शहर की नानाखेड़ी का है। यहां हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले सरकारी शिक्षक भूपेंद्र सिंह(45) कोटरा मुंडी गांव के स्कूल में हेडमास्टर के पद पर पदस्थ थे। लंबे समय से उनका भतीजा जितेंद्र सिसोदिया उनसे जमीन को लेकर विवाद कर रहा था। उसका कहना था कि 10 बीघा जमीन उसे दे दें। जबकि जमीन का बंटवारा 30 वर्ष पहले ही हो चुका था। शिक्षक जमीन देने से मना कर रहे थे। उनका कहना ताकि जब पहले ही बंटवारा हो चुका है तो अब क्यों जमीन दें।
मृतक शिक्षक के बेटे आदित्य ने बताया कि इसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। रविवार रात 11 बजे के आस-पास जितेंद्र अपनी पत्नी और कुछ साथियों के साथ हथियार लेकर आये। उन्होंने भूपेंद्र को फोन कर शिवांगी स्कूल के पास बुलाया। उनसे कहा कि कुछ बात करनी है। जैसे ही शिक्षक वहां पहुंचे तो उन पर लाठी, फरसे से उन पर हमला कर दिया। उन्हें तब तक मारा, जब तक उनकी मौत नहीं हो गयी।
कर्मचारी से बोले-अस्पताल ले जाओ
शिक्षक परिवार की उमरी इलाके के बाबरोद गांव में पैतृक जमीन है। उन्होंने उसे बटिया(ठेके) पर दे रखा है। उमरी का ही रहने वाला धर्मेंद्र जमीन पर काम करता है। उसने बताया कि रात लगभग 11:30 बजे उसके पास जितेंद्र सिसोदिया का फोन आया। उसने बोला कि भूपेंद्र को मार दिया है। यहां नानाखेड़ी में सड़क पर पड़ा है, इसे अस्पताल ले जाओ। इसके बाद धर्मेंद्र उमरी से मौके पर पहुंचा। तब तक परिवार वाले भी पहुंच गए थे। उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर पुलिस भी पहुंची। शव का सोमवार को जिला अस्पताल में PM किया गया।