देवास में बेटी को जन्म देने पर पति ने पत्नी को बांधकर गर्म सरिए से दाग दिया। महिला के शरीर में गहरे घाव हो गए। यही नहीं, ससुरालवालों ने बेरहमी से पीटा भी। मामला देवास के नारियलखेड़ा गांव का है। पुलिस ने पति, ससुर, सास, देवर और देवरानी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। बरोठा थाना प्रभारी शैलेंद्र मुकाती ने बताया कि महिला SI मामले की जांच कर रही हैं। पति बबलू झाला, ससुर भेरू झाला, सास मंजू झाला, देवर अंकित झाला और देवरानी काजल को आरोपी बनाया है। पीड़िता ने अपने साथ हुए जुल्मों की दास्तां सुनाई। पढ़िए उसकी आपबीती, उसी की जुबानी…
मेरे माता-पिता ने समझाया, वे नहीं माने…
मेरा नाम लक्ष्मी है। गांव के ही बबलू से 4 साल पहले मेरी शादी हुई थी। साल भर तो सब कुछ ठीक रहा। एक साल बाद मैंने बेटी को जन्म दिया। वहीं, मेरी देवरानी ने एक बेटे को जन्म दिया। इसी बात से सास-ससुर और पति नाराज होकर मुझे प्रताड़ित करने लगे। मैं उनके जुल्म से तड़प उठती थी। वे मुझे हर समय ताना मारते थे। वे कहते थे कि पहले ही लड़की को जन्म दिया, बेटे को क्यों नहीं। ससुराल वाले आए दिन मेरे साथ मारपीट करते थे। यह बात जब मेरे माता-पिता को पता चली तो वे मेरे ससुराल आए। मेरे पति और सास-ससुर को काफी समझाया। इसके बाद मुझे कुछ दिन के लिए घर ले गए। करीब 15 दिन पहले मेरे पति को समझाकर मुझे वापस ससुराल छोड़ दिया। मेरे साथ दोबारा मारपीट होने लगी। 16 मार्च को मेरे पति, ससुर, सास, देवर और देवरानी ने मारपीट की हदें पार कर दी। उन्होंने पहले बांधा फिर सरिया गर्म करके मेरे शरीर पर दाग दिया।
सरिये से दागा तो मैं तड़प उठी। मेरे हाथ बंधे थे। मेरे शरीर में गहरे घाव हो गए। 18 मार्च को होली की बधाई देने मेरे परिजन ससुराल पहुंचे तो मेरी हालत देख उनके होश उड़ गए। पिता ने डायल 100 को फोन किया। मुझे बरोठा थाने लेकर आए। मैंने पति और ससुरालवालों के खिलाफ केस दर्ज कराया