उज्जैन । गुड़ी पड़वा 2 अप्रैल के अवसर पर आयोजित होने वाले उज्जैन गौरव दिवस के अवसर पर शहर के हर घर में रोशनी की जायेगी, रंगोली बनाई जायेगी, चौराहों को सजाया जायेगा, शोभा यात्राएं निकाली जायेंगी, बाईक रैली का आयोजन होगा एवं महाकालेश्वर मन्दिर से पौराणिक सन्दर्भों पर आधारित झांकियां शहर में निकाली जायेंगी। उक्त सभी कार्य जन-सहभागिता से किये जायेंगे। जन-सहभागिता प्राप्त करने के लिये आज सिंहस्थ मेला कार्यालय में समाज के विभिन्न वर्गों, एनजीओ, शिक्षण संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में समाज के हर वर्ग ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी लेने की बात कही।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने गौरव दिवस की रूपरेखा बताते हुए कहा कि उज्जैन प्राचीनतम शहरों में से एक है और यह कालगणना का केन्द्र रहा है। विक्रम संवत की शुरूआत भी यहीं से हुई है। सिंहस्थ-2016 के अभूतपूर्व एवं सफल आयोजन से सम्पूर्ण देश में उज्जैन की छवि उज्ज्वल हुई है। वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा साढ़े 700 करोड़ रुपये लगाकर महाकाल मन्दिर के आंगन को सजाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में प्रत्येक शहर का जन्म दिवस गौरव दिवस के रूप में मनाने की परिकल्पना दी गई है। इसी को लेकर सबसे पहले उज्जैन शहर में गुड़ी पड़वा 2 अप्रैल को गौरव दिवस मनाया जा रहा है। 2 अप्रैल को मुख्यमंत्री उज्जैन शहर में रहकर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे। कलेक्टर ने बैठक में मौजूद समाज के विभिन्न वर्गों के व्यक्तियों से आव्हान किया कि वे गौरव दिवस के आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। उन्होंने कहा कि जो भी समाज के लोग गुड़ी पड़वा के दिन चौराहों के सौंदर्यीकरण, सजावट, शोभायात्रा के आयोजन में सहभागिता करना चाहते हैं वे अपने नाम स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आशीष पाठक को दे सकते हैं।
बैठक में विधायक श्री पारस जैन ने कहा कि गौरव दिवस का वातावरण समाज के लोग ही मिलकर बना सकते हैं। समाज के प्रत्येक वर्ग को अपने घरों में गुड़ी पड़वा के अवसर पर ध्वज लगाना चाहिये। सभी व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों एवं घरों पर रोशनी करें, बिजली की सीरिज लगायें। उन्होंने कहा कि गुड़ी पड़वा को आयोजित होने वाली बाईक रैली में पुरूषों के साथ-साथ महिलाएं एवं बालिकाएं भी भाग लें, जिससे अच्छा वातावरण निर्मित होगा। श्री जैन ने कहा कि विक्रमोत्सव के अन्तर्गत उज्जैन शहर में बहुत अच्छे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसमें 28, 29 व 30 को सम्राट विक्रमादित्य का नाटक सामाजिक न्याय परिसर में खेला जायेगा। इस नाटक को शहर के सभी निवासियों को परिवार सहित देखना चाहिये। इसी तरह सिक्कों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया जाना चाहिये।
यूडीए के पूर्व अध्यक्ष श्री जगदीश अग्रवाल ने कहा कि दीपोत्सव की सफलता के बाद उज्जैन का नाम भारत भर में चर्चा में आ गया है। इसी का परिणाम है कि शिवरात्रि के बाद से श्री भगवान महाकालेश्वर के दर्शन हेतु दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम अपने घर के व्यक्ति का जन्म दिवस मनाते हैं, उसी तरह हमें उज्जैन का जन्म दिवस घर-घर में मनाना चाहिये। गुड़ी पड़वा के दिन सभी लोग नीम व मिश्री के प्रसाद का वितरण करें, घर को सजायें एवं उल्लास का वातावरण निर्मित करें।
पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र भारती ने गौरव दिवस के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार करने और शहर में होर्डिंग लगाने का सुझाव दिया। सरदार श्री सुरेंद्रसिंह अरोरा ने कहा कि गौरव दिवस मनाने के लिये समाज के अलग-अलग वर्गों के पदाधिकारियों की बैठक आयोजित कर उन्हें आयोजन की जिम्मेदारी सौंपना चाहिये।
चौराहों के सौंदर्यीकरण के लिये विभिन्न समाज आगे आये
बैठक में गौरव दिवस के अवसर पर उज्जैन शहर के विभिन्न चौराहों के सौंदर्यीकरण एवं सजावट के लिये समाजों व संस्थाओं ने बढ़-चढ़कर जिम्मेदारी ली। अक्षत इंटरनेशनल स्कूल द्वारा टॉवर चौक की सजावट की जायेगी, अग्रवाल समाज द्वारा छत्रीचौक की एडवांस महाविद्यालय द्वारा तीन बत्ती चौराहे की, किराना मर्चेंट एसोसिएशन द्वारा फव्वारा चौक की, लायंस क्लब द्वारा शहीद पार्क की, सिंधी समाज द्वारा नानाखेड़ा चौराहे की, पंडा समिति द्वारा राणौजी की छत्री की, जैन समाज द्वारा देवासगेट की, कायस्थ समाज द्वारा गोपाल मन्दिर की, क्षत्रिय महासभा द्वारा हरिफाटक चौराहे की, रोटरी क्लब द्वारा चामुण्डा माता चौराहे की, सिख समाज द्वारा गुरूनानक घाट की सजावट की, यादव पंचायत की ओर से वाल्मिकी घाट की सजावट करने की जिम्मेदारी ली गई है। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जो भी अन्य समाज, सामाजिक कार्यकर्ता एवं संस्थाएं उज्जैन शहर के अन्य चौराहों की सजावट की जिम्मेदारी लेना चाहते हैं वे स्मार्ट सिटी सीईओ श्री आशीष पाठक से 9977338856 पर सम्पर्क कर सकते हैं।