इंदौर में मंगलवार देर रात हुई एक सड़क दुर्घटना में उज्जैन निवासी थलसेना के सिपाही आकाश यादव (30) का निधन हो गया। सिपाही आकाश का पार्थिव शरीर गुरुवार को सुबह गणेशनगर स्थित उनके घर लाया गया
अंतिम यात्रा निकली तो पूरा मोहल्ला गमगीन हो गया। सेना की टुकड़ी ने आकाश को गार्ड आफ आनर देकर अंतिम विदाई दी। उच्च शिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव एवं जिला सैनिक कल्याण अधिकारी एनके मालवीय ने पुष्प चक्र अर्पित कर नम आंखों से श्रद्धांजलि दी।
दिल्ली में थल सेना के इंजीनियर कोर में सिपाही के पद पर पदस्थ आकाश की मंगलवार रात साढ़े तीन बजे इंदौर में लोडिंग वाहन की टक्कर से मृत्यु हो गई थी। स्वजन और भूतपूर्व सैनिक अजय यादव ने बताया कि आकाश के पिता महेंद्र सिंह की पिछले वर्ष कोरोना लहर में मृत्यु हो गई थी। इसके बाद पहला होली का त्योहार था। आकाश पिछले माह होली से कुछ दिन पहले महीनेभर की छुट्टी पर उज्जैन आए थे। दो दिन पहले मित्र की शादी में इंदौर गए थे।
मंगलवार रात साढ़े तीन बजे कार से लौट रहे थे कि कार खराब हो गई। वे एक सज्जन से लिफ्ट लेकर अरबिंदो अस्पताल चौराहे तक पहुंचे। फिर यहां से दोबारा अन्य गाड़ी वाले से लिफ्ट मांग रहे थे। एक कार वाले ने हाथ का इशारा समझ कार रोकी। वे दौड़कर उनके पास चर्चा करने पहुंचे। ड्राइवर साइड खड़े होकर बात कर ही रहे थे कि पीीीछ से आ रहे एक लोडिंग वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। साथी उन्हें तत्काल समीप के अरबिंदो अस्पताल ले गए। बाद में आकाश को बांबे अस्पताल ले जाया गया। वहां बुधवार सुबह 8.30 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। पीएम उपरांत रात शव को उज्जैन आए।
मां, पत्नी और चार वर्षीय बेटे का रो-राे कर बुरा हाल
अपने लाड़ले का पार्थिव शरीर देख उनकी मां, पत्नी और चार वर्षीय बेटे का रो-रोक कर बुरा हाल हुआ। बताया कि शुक्रवार को उसे ड्यूटी ज्वाइन करने दिल्ली रवाना होना था। पुलिस ने मर्ग कायम कर दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू की है।