मंदसौर के नारायणगढ़ में 13 अप्रैल को आत्महत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसडीओपी नरेंद्र सोलंकी ने बताया की नारायणगढ़ के चारभुजा मंदिर के निकट रहने वाले जगनारायण पिता सज्जन सिंह चौहान ने घर के पीछे पेड़ पर लटककर जान दे दी थी। मामले में नारायणगढ़ पुलिस ने सुसाइड का केस दर्ज कर जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि मृतक ने कुछ दिनों पहले गांव में जमीन बेची थी, जिस पर गांव के ही रहने वाले लोकेश पिता रतनलाल की नजर थी। लोकेश ने मृतक जगनारायण की झार्डो में रहने वाले प्रदीप पिता कन्हैयालाल बैरागी से दोस्ती करवाई। दोनों की अच्छी दोस्ती हुई तो आरोपी प्रदीप प्लान ने तहत मृतक को 11 अप्रैल को अपने साथ मनासा ले गया, जहां उसने नाथीबाई पति अम्बालाल धनगर निवासी मनसा से परिचय करवाया।
इसके बाद आरोपी प्रदीप और नाथी बाई ने रेप केस में फंसाने की धमकी देकर रुपयों की डिमांड करने लगे। मृतक ने प्रताड़ित होकर 12 अप्रैल को नाहरगढ़ के जिला सहकारी बैंक से 3 लाख रुपए निकलकर आरोपियों को दिए। इसके बाद भी वे रुपयों की मांग करते रहे। धमकी से परेशान होकर उसने 13 अप्रैल की शाम घर के पीछे पेड़ पर फांसी लगा ली। मामले में पुलिस ने तीनो आरोपियों पर आत्महत्या के लिए प्रताड़ित करने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।