पहले रिजर्वेशन और अब PCC चीफ कमलनाथ का फरमान…। पार्षद पद की दावेदारी कर रहे नेताओं को तसल्ली थी कि रिजर्वेशन के कारण बिगड़े समीकरणों के कारण वे नए वार्ड से चुनाव लड़ लेंगे। बकायदा, जिलाध्यक्षों को बायोडाटा भी दे दिए गए। लिस्ट बनने वाली थी कि नया फरमान आ गया और नेताओं के पैरों तले जमीन खिसक गई हैं।
फरमान यह था कि, जिस वार्ड का मतदाता है, उसी वार्ड से उसे टिकट दिया जाएगा। खंडवा में इसका सीधा का असर यह देखा जा रहा है कि, पहली बार यहां के यूथ कांग्रेस अध्यक्ष और सचिव ने पार्षद के लिए टिकट मांगा था। उनके वार्ड में वह आरक्षण के पैमाने पर खरे नहीं उतरे तो दूसरे वार्ड से दावेदारी की थी। लेकिन मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के क्राइटेरिया ने उनके मनसूबों पर पानी फेर दिया।
मुल्लू राठौर, शहजाद पंवार, अकरम जाटू जैसे नेता शामिल
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शहर युवक कांग्रेस अध्यक्ष शहजाद पंवार ने कभी पार्षद का चुनाव नहीं लड़ा। उन्होंने पहली बार श्यामा प्रसाद मुखर्जी, कल्लनगंज वार्ड से दावेदारी की थी। क्योंकि, उनके सरोजिनी नायडू वार्ड में ओबीसी महिला सीट रिजर्व थी। इसी तरह युवक कांग्रेस के सचिव मुल्लू राठौर रामनगर के रहने वाले है, उन्होंने गुरुनानक वार्ड से दावेदारी की थी। राठौर इससे पहले कोई चुनाव नहीं लड़े थे।
इनके अलावा शहर कांग्रेस के महामंत्री अकरम जाटू कहारवाड़ी में रहते है। उन्होंने सरोजिनी नायडू वार्ड से पार्षद टिकट के लिए दावेदारी जताई थी। पूर्व पार्षदों में सिर्फ आसीम पटेल का नाम है, जो खानशाहवली से पार्षद थे लेकिन रहने वाले दूधतलाई, पड़ावा के है।