भोपाल लोकायुक्त के अनुसार फरियादी गोविंद सिंह चौहान ने शिकायत की थी। चौहान ने बताया कि उसने पोल शिफ्टिंग के टेंड के समय 75 लाख रुपए की सुरक्षा निधि के रूप में एफडी को वापस देने और भुगतान की राशि मांगी थी। जिसके बदले कार्यपालन यंत्री एससी वर्मा 6% राशि 1 लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा था। शिकायत के सत्यापन के बाद 14 जून को लोकायुक्त पुलिस ने वर्मा को 1 लाख रुपए रिश्वत की पहली किश्त के 40 हजार रुपए लेते पीडब्ल्यूडी के कार्यालय बाहर दफ्तर जवाहर चौक पर रंगे हाथों पकड़ा।
लोकायुक्त् पुलिस की कार्रवाई जारी है। ट्रेप टीम में उप पुलिस अधीक्षक डॉ. सलिल शर्मा, निरीक्षक मनोज पटवा एवं मयूरी गौर, आरक्षक अवध वाथवी, बृजबिहारी पांडे, हेमेंद्रपाल शामिल है।