अपने घर के छज्जे पर काम कर रहे 30 साल के रंजीत के गले में चार फीट लंबा सरिया घुस गया। सरिया जबड़े के पास से घुसते हुए तिरछा मुंह से निकल आया।
जिससे युवक की जीभ कट गई। घर वालों ने समझदारी दिखाते हुए सरिया को नहीं निकाला। न ही उसे काटा। वह पूरा सरिया सहित मरीज को लेकर भोपाल में होशंगाबाद रोड स्थित निरामय अस्पताल आए। यहां दो घंटे की सर्जरी के बाद सरिया को निकाला जा सका। डाक्टरों का कहना है कि मरीज भाग्यशाली रहा कि सरिया आहार नली या श्वास नली में नहीं घुसा नहीं तो मरीज की जिंदगी को खतरा हो सकता था। इसके अलावा यदि परिजन घायल व्यक्ति को लाने में देरी करते, तो भी उसकी स्थिति बिगड़ सकती थी।
अस्पताल के चिकित्सक डा. अखिलेश मोहन लहरी ने बताया कि रायसेन जिले के बाड़ी बरेली के रहने वाले रंजीत को रविवार रात को अस्पताल में लाया गया था। उसकी हालत को देखते हुए रात में ही इमरजेंसी में आपरेशन किया गया। उन्होंने बताया कि मरीज करीब आठ फीट ऊंचाई से गिरा था। इस कारण सरिया इतना ज्यादा घुसा। घर वाले अगर सरिया निकालने की कोशिश करते तो खून का रिसाव होने से मरीज की जान भी जा सकती थी। सर्जरी के दौरान सरिया को बहुत ही सावधानी से निकाला गया है, जिससे और कोई नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि मरीज अब पूरी तरह से खतरे से बाहर है। सर्जरी में डा. दीपा विश्वकर्मा और डा. सुनील रघुवंशी भी शमिल थे।