सोयाबीन की फसल अच्छी बारिश होने से खेतों में लहलाने लगी है। शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में बोवनी हुए करीब एक माह बीतने वाला है। ऐसे में खेतों में सोयाबीन के पौधे अपना आकार लेने लगे है। कई जगह सोयाबीन फसल से खरपतवार नष्ट करने के लिए किसान कीटनाशक दवाई का छिड़काव करने में जुटे हुए है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष जिले में 3 लाख 92 हजार 220 हेक्टयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बौवनी हुई है। जिसमें 2 लाख 82 हजार हेक्टयर में सोयाबीन की बोवनी हुई है। फिलहाल तो फसलों को देखते हुए मौसम अनुकूल है। बारिश भी पर्याप्त हो रही है। बालगढ़ के कृषक राम पटेल ने बताया कि सोयाबीन की बोवनी के बाद उसकी देखरेख करने के लिए फसलों में विशेष ध्यान देना पड़ता है। बोवनी के बाद शुरुआती 15 दिनों में खेत से खरपतवार नष्ट करने के लिए कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है अगर मौसम साफ हो तो किसान खेत में डौरे भी चला सकते है। उसके बाद फुल आने पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ जाता है तब भी कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया जाता है। फिलहाल तो फसल ठीक है।