ग्वालियर में पक्षी प्रेम की एक अनोखी मिसाल फायर ब्रिगेड ने पेश की है। जिला कोर्ट के एक पेड़ पर चाइनीज मांजा में कबूतर उलझ गया। कबूतर करीब 25 फीटी की ऊंचाई पर उलझा हुआ था। मांजे से पैर कटने से लहूलुहान था। स्थानीय लोगों ने तत्काल फायर ब्रिगेड टीम को कॉल किया। फायर ब्रिगेड टीम भी पूरे लाव लश्कर के साथ स्पॉट पर पहुंची।जिस जगह कबूतर फंसा था वहां हाइड्रोलिक सीढ़ियां नहीं जा पा रही थीं। आसपास बिजली के तारों का जमघट था। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने करीब 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद कबूतर को चाइनीज मांजा से मुक्त कराया और उसे उपचार के लिए भेजा। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों का पक्षियों के लिए यह प्रेम भाव देखकर लोग हैरान रह गए।
यह है पूरा मामला
पशु पक्षियों के प्रति संवेदना का अनोखा उदाहरण ग्वालियर में देखा गया है। यहां बता दें कि यह मामला शहर के इंदरगंज चौराहा स्थित जिला न्यायालय परिसर का है। जहां परिसर में लगे पेड़ की 25 मीटर ऊंची शाखा पर एक कबूतर पतंग के चाइनीज मांझे में फंसा हुआ था। कोर्ट खुलने पर पक्षी प्रेमियों ने देखा तो कबूतर मांजे में इतना उलझा हुआ था कि वह बाहर तक नहीं निकल पा रहा था। पंख फड़फड़ाने पर वह घायल हो गया था, जिस पर उसके पंख के पास और पैरों से खून भी निकल रहा था। पहले तो कोर्ट के कर्मचारियों और स्थानीय लोगों ने पहले अपने स्तर पर उसे निकालने का प्रयास किया, लेकिन इतनी ऊंचाई और आसपास बिजली के तार होने पर कोई सफल नहीं हो सका। इस पर बिना दिए किए फायर ब्रिगेड फायर अमले को सूचना दी। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर दो घंटे की मशक्कत के बाद पेड़ पर पतंग के मांझे में फंसे कबूतर का रेस्क्यू किया और उसकी जान बचा ली। कबूतर काफी घायल था इसलिए उसे स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पशु चिकित्सालय में ले जाया गया।
मांजे में उलझकर उल्टा लटका हुआ था
– स्थानीय निवासी अजय ने बताया कि जब उसने पेड़ की तरफ देखा था तो एक पेड़ की टहनी पर पतंग के मांझे में कबूतर फंसा था और वह मांजे में उल्टा लटका हुआ था। इसके बाद फायर ब्रिगेड को सूचना दी। हमें लगा कि कबूतर के लिए फायर ब्रिगेड वाले नहीं आएंगे , लेकिन वह आए और उसी तरह मेहनत कर उसे बताया जैसे किसी इंसान की जिंदगी बचाते हैं।
जान तो आखिर जान होती है
फायर बिग्रेड कर्मचारी बिंदु खां का कहना है कि स्थानीय निवासियों द्वारा फोन पर सूचना मिली थी कि कोर्ट परिसर में लगे पेड़ पर एक कबूतर पतंग के मांझे उलझ गया है और उल्टा लटका हुआ है। टीम हमारी वहां पहुंची और रेस्क्यू कर उसे बाहर निकाला। जान तो आखिर जान होती है। बेजुवान पक्षी तो किसी को अपना दर्द बता भी नहीं पा रहा होगा। उसे बचाने में दो घंटे का समय लगा।