बुरहानपुर से करीब 30 किमी दूर ग्राम खैरखेड़ा में डायरिया फैलने से करीब 25 लोगों की तबीयत खराब हो गई है। उल्टी-दस्त से ग्रसित मरीजों की सूचना मिलते ही जिला स्तरीय मेडिकल टीम खैरखेड़ा गांव पहुंची। जिला महामारी विशेषज्ञ रविन्द्र सिंह राजपूत, डाटा मैनेजर अनिल बर्वे, रूमाल सिंह डूडवा ने गांव का भ्रमण किया। घर-घर सर्वे के दौरान 25 लोग डायरिया से पीड़ित पाए गए। टीम ने दवाई देकर सभी मरीजों के इलाज किया।
जिला स्तरीय टीम ने डायरिया का संक्रमण फैलने के कारणों का पता लगाया तो पता चला कि गांव में लोग कुए का पानी पीते हैं। संभवतः ग्रामीणों को उसी कुएं का पानी पीने की वजह से उल्टी दस्त हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने पानी की जांच के लिए सैंपल लिए। जिसे पीएचई विभाग नेपानगर की लैब में जांच के लिए भेजा गया। इसके परिणाम आना बाकी हैं।
बढ़ जाती है संक्रामक बीमारियों की संभावनाएं
जिला एपिडिमीयोलॉजिस्ट रविन्द्रसिंह राजपूत ने बताया कि बदलते मौसम और जल भराव, साफ सफाई के अभाव में जलजनित संक्रामक बीमारिया होने की संभावनाएं बढ जाती है। ऐसे मे शुद्ध जल का सेवन, ताजी सब्जियां और व्यक्तिगत साफ-सफाई आवश्यक हो जाती है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश सिसौदिया ने बताया ग्राम खैरखेडा में पीड़ितों के इलाज के लिए आरबीएसके डॉक्टर सीएचओ, एमपीडब्ल्यू. आषा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका ने स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सभी का इलाज, दवाई वितरण और स्वास्थ्य सुविधा दी गई। प्रभावित गांव के कुएं का क्लोरीनेशन और अगले 7 दिन तक क्लोरीन टेबलेट का वितरण तथा सर्वेलेन्स जारी रहेगा।