उज्जैन। अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के छात्रों ने रविवार को प्रदेश सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। छात्रों की मांग थी कि अजा-जजा वर्ग के छात्र छात्राओं को विगत 2 वर्षो से छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हुआ। जिसके कारण छात्र कॉलेज की फीस नहीं भर पा रहे है। ऐसे में उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने छात्रावास की समस्या भी बताई और प्रदेश सरकार के खिलाफ टावर चौक पर प्रदर्शन किया।
डॉ. अंबेडकर विद्यार्थी संगठन से जुड़े छात्रों ने रविवार को टावर चौक पर शिवराज सिंह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। संगठन के संस्थापक राम सोलंकी ने बताया कि विगत 2 वर्षो से अजा-जजा वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं हुआ। जिसके कारण छात्रों को पढ़ाई के लिए अन्य कॉलेजों में प्रवेश लेने में दिक्कत हो रही है। कॉलेज प्रशासन प्रवेश के लिए एक मुश्त राशि मांग रहा है। सोलंकी ने बताया कि पूर्व में छात्रवृत्ति का भुगतान 40 और 60 प्रतिशत के आधार पर दो किस्तों में दिया जाता था। हमारी मांगे की छात्र-छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति का भुगतान एक मुश्त किया जाए। इसी तरह छात्रावास में रहने वाले छात्र-छात्राओं को भोजन भत्ता 1200 सौ रूपए दिया जाता है। हमारी मांग है कि भोजन भत्ता बढ़ाकर 2 हजार रूपए करने की मांग की गई है। छात्र छात्राओं को कॉलेजों में दिए जाने वाले स्टांप पर अनुबंध और शपथ पत्र देने होते हैं। हमारा सरकार से अनुरोध है कि छात्र-छात्राओ का स्टांप शुल्क मुक्त किया जाए।
पुलिस और छात्रों के बीच हुई बहस
डॉ. अंबेडकर विद्यार्थी संगठन द्वारा मांगों को लेकर पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन किया जाना था। लिहाजा पुलिस प्रशासन भी पूरी तैयारी में था। प्रदर्शन के दौरान टावर चौक के बीच सड़क पर छात्र बैठ कर नारेबाजी करने लगे। मुख्य रास्ता रुकने के कारण पुलिस और संगठन के छात्रों के साथ कुछ देर बहस भी हुई। हालांकि बाद में पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए छात्रों ने बिना पुतला जलाए ज्ञापन देकर रवाना हो गए।