जगन्नाथपुरी में आषाढ़ शुक्ल द्वितीया पर भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा व बलदाऊ के साथ जिस रथ पर सवार होकर यात्रा पर निकलते हैं, उस रथ का पहिया शनिवार को विशेष वाहन से उज्जैन पहुंचा।
ओडिसा के राज्यपाल प्रो. गणेशलाल ने यह पहिया महामंडलेश्वर डा.सुमनानंद गिरिजी को भेंट किया है। इसकी स्थापना मौनतीर्थ आश्रम में समारोह पूर्वक की जाएगी। भक्तों को जल्द ही इसके दर्शन सुलभ होंगे।
मौनतीर्थ पीठ के प्रबंधक अमित पुरोहित ने बताया ओडिसा के राज्यपाल प्रो.गणेशलाल महामंडलेश्वर स्वामी डा.सुमनानंद गिरिजी महाराज के पट्टाभिषेक में शामिल होने उज्जैन आए थे। उस समय उन्होंने घोषणा की थी कि वे श्री मौनतीर्थ पीठ को भगवान जगन्नाथ के रथ का चक्र भेंट करेंगे।
उनकी घोषणा के अनुसार बुधवार को विशेष वाहन से रथ का चक्र मौनतीर्थ पीठ पहुंच चुका है। भक्तों का विश्वास है कि रथ का चक्र भगवान जगन्नाथ के एक विशेष पार्षद के रूप में ही है। इस चक्र के माध्यम से भगवान जगन्नाथ सूक्ष्म रूप से श्री मौनतीर्थ पीठ में विराजित होंगे।
इस रथ चक्र का दर्शन उन श्रद्धालुओं को जो जगन्नाथ पुरी जाकर दर्शन करने में असमर्थ हैं या नहीं जा रहे हैं उन्हें इसके दर्शन से भगवान जगन्नाथ के दर्शन और आशीर्वाद का फल प्राप्त हो सकेगा। संभवत: इस रथचक्र की स्थापना चैत्र पूर्णिमा, श्री हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर आश्रम में होगी। इस दिन आश्रम में चल रहे अखंड महामृत्युंजय यज्ञ के सात वर्ष पूर्ण होंगे।